हैरान हूं मैं यह सोचकर के मुझे क्यों पसंद करते हैं लोग, फिर हैरान हूं मैं यह भी सोचकर के क्यों नहीं,मैं पसंद कुछ और लोगो को। #हैरानहूँ #सोचकर #क्यों #कविता