तेरे पहलू में मेरे दिल को क़रार आया। मन को सुकून मिला बहुत प्यार आया। मुद्दतों से थी जिसकी तमन्ना मुझे! वो मिलने मेरा मुझसे यार आया। मैं पलकें बिछाए यूँ बैठा रहा तेरे आने की आहट मुझे हो गई तड़प तुमसे मिलने की बढ़ने लगी रूह मेरी न जाने कहाँ खो गई खिल गए फूल बंजर ज़मीं पे सनम जैसे पतझड़ में फिर से बहार आया। ♥️ Challenge-912 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।