तोहमत खूब लगाया उसने, कहते थे हमें संगदिल सनम। चाहत को हमारी झुठलाया, जाने थे वो कितने बेरहम। कहते थे मुश्किल है जीना, न रह पाएंगे तेरे बिन हम। ठुकराकर मोहब्बत हमारी, पूछते है अब कैसे हैं हम। तोहमत खूब लगाया उसने, कहते थे हमें संगदिल सनम। #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #तोहमत (आरोप) #मेरी_ख्वाहिश #साहिल #संगदिल #सनम