दिल के दरवाजे पर तेरी यादों की बंदनवार है अब।। एक अतीत के ताजमहल की पीड़ा पहरेदार है अब।। जग की माला में गया पिरोया मेरे अरमानों का फूल?? जीवन बगिया में बिन तेरे सूनी भ्रमर गुँजार है अब।। मेरे जीवन की साँस साँस पर बस तेरा ही गीत सजे,,, प्यासी आंखों में आ देखो सिर्फ़ सजल बहार है अब।। कल सागर ने मुझसे पूछा उसके बारे में, इस पार तुम्हारे मैं हूँ सागर वो तुम्हारे उस पार है अब।। ©Arvind Avasthi दम निकलने से पहले.... #WorldWaterDay