यादों का बनाकर जनाजा शहर शरेयाम बदलते हैं कहानी पन्नों की तब खत्म हो जाए जब किरदार बदलते हैं भरी महफिल से उठे टोलियां जब रात के गुनेगहार निकलते है ©Writer Geeta Sharma #siddharthshukla VErMa S.R Ashika love Ritesh Yadav Ranjan Rajak Kunal Singh