रंग गोरा बना भोली सूरत दिल में क्या छुपा रखा है ! ना जाने कितने कातिल हुए होंगे नजरो से तेरी क्या तभी तूने इन पर चस्मा लगा रखा है !! जब से देखा तुझको पहली बार एक ख्याल सा मन में आ रखा है ! सोचा बोल ही दू तब से तुझे एक परी का रूप बना रखा है ! चार लटाए है चेहरे पर तेरे बाकी को लपेट समेट रखा है ! एक गुलबदान सी लग हो तुम ना जाने कोन सा इत्र लगा रखा है ! रंग गोरा भोली सूरत दिल में क्या छुपा रखा है ! ना जाने कितने कातिल हुए होंगे नजरो से तेरी क्या तभी तूने इनपर चस्मा लगा रखा है !! गर आ जाओगी ख्वाबों में भी तो झट से चस्मा हटा दूंगा देखूंगा कितनी कातिलनिगाहे है तेरी ना जाने कितनो पर सितम ढा रखा है ! कोन सी कमान है नजरो में तेरी जिन पर तूने तीर बेदर्दी चढ़ा रखा है ! चाहते है देखना नसीली आंखो को तेरी चस्मे जिन्हे तूने दबा रखा है ! रंग गोरा बना भोली सूरत दिल में क्या छुपा रखा है ! ना जाने कितने कातिल हुए होंगे नजरो से तेरी क्या तभी तूने इन पर चस्मा लगा रखा है !! ©#Ek-Panchal #me #ekpanchal