दिल चुराया था कभी पर उसने ही दिल तोडा है रोये है हद से जदा इसलिए मैने भुला भि भुलाया है चन खुशियां देकर अब आखो में आशु आई है कि वफा कि उम्मीद दिखाकर उसने बेवफ़ाई कि है खुद को खोया था अब खुद को पाओगी ना अब तुझसे बात होगी ना गुस्सा होने कि बात होगी अब ना ही तेरे कॉल का इंतेज़ार होगा ना तुझसे जादा प्यार होगा ना झूठी बाते होगी ना झूठी कसमें होंगी खुद से जादा अब परिवार से प्यार करूगी और ना तेरे अब तेरा इंतिजार करुगी। आईशा वफा की नाम पे बेवफ़ाई