#Curly_poet_uljhan ना पीछे ना आगे बढ़ने का शौक रखते हैं ! दोनों कंधे से कन्धा मिलाकर चलें ऐसी बराबरी चाहते हैं ! बिना श्रृंगार के भी कभी खुद को कम नहीं आंकते हैं ! जिसको सब कुछ मानते हैं , वही हमारा इस्तेमाल कर अकेला छोड़ जाते हैं ! दिल हमारे भी तो तोड़ दिए जाते हैं ! हाँ केवल औरतें ही जेंटल नहीं होती !! हम आदमी भी होते हैं !!! हमारे दिल पत्थर के थोड़ी होते हैं !! ©Jyotshna2000