#RIPDilipKumar भाई जब में छोटा था तब तूने दिया था प्यार बहुत गलतियां की लाख भले फिर भी तूने समझाया था जब साथ नही था कोई भी तब भी तूने अपनाया था जब हुआ मुझे कोई कष्ठ भले तब तेरा मुख मुर्झाया था काम हुए जो गलत कभी तो तू ही तो शर्माया था जीवन कैसे जीना है ये तूने ही बतलाया था। ©Mohit k Sikhwal भाई का प्रेम #RIPdilipkumar