टूटे इन रिश्तों की भला और क्या आजमाइश करे। तन्हा अकेला जो हम हुए , क्यों दर्दे दिल से फरमाइश करे। दिल है हमारा तुम्हारा , इज़्ज़त से ही पेश आएं ज़रा। अपने टूटे रिश्तों की भला क्यूं हम अब नुमाइश करे। आधी रात का ख्याल