आ रहा हूं मैं कुछ वक्त इंतजार करो न मां_ इसी तरह मुझे, दुलार करो न।। जबसे मेरे आने का, तुझे अहसास हुआ तबसे खुद को भूलाकर तूने, सिर्फ मुझसे ही प्यार किया मेरी हर एक हलचल पर, तेरी आंखे चमक उठती हैं तेरी मुस्कुराहट मुझसे छुपाते नहीं छुपती हैं इसी तरह तू, मुझे हमेशा प्यार करेगी न बोलो न मां_ अगर हां_ तो बस, कुछ वक्त इंतजार करो मां।। जिस तरह मैं तेरी कोख में महफूज हूं, उसी तरह इस दुनियां में भी महफूज रहूंगा न तुम इसी तरह मेरा साया बनकर हर पल रहोगी न बोलो न मां_ अगर हां_ तो बस कुछ वक्त इंतजार करो मां।। तेरे भी कितने सपने थे न मेरे आने की खुशी में, तू सब भूल गयी पर_ तेरे अरमानों के ढ़ह जाने का , जो दर्द तूझे हुआ है न वो मुझसे छुपा नहीं है मां क्या कला तूने पायी हैं न_ सबको संभालने की, सबको खुश रखने की ये कला_ तुम मुझे भी सिखाओगी बोलो न मां_ अगर हां_ तो बस कुछ वक्त इंतजार करो मां।। मैं जानता हूं, मेरे लिए तूने फिर से सपने सजाने शुरू कर दिए हैं यकीन कर मां, अब तेरे सपनों को मैं यूं बिखरने न दूंगा, हर एक ख्वाहिश को तेरी अब मैं पूरा करूंगा तेरे अरमानों के पंखों को उड़ने लिए मैं पूरा आसमान खोल दूंगा फिर तो तू उड़ेगी न बोलो न मां_ अगर हां_ तो बस कुछ वक्त इंतजार करो मां... #Himanshu Kumar kohli ©mr._kohli_hk #FindingOneself