उधर थी नींद आंखों में, इधर अश्कों का दरिया था। गले लगकर के यादों के, कई रातों मैं रोया था, फटी चादर थी हसरत की, जला ख़्वाबों का तकिया था। न मैं उसकी ख़ुशी था न, उसे थी आरज़ू मेरी, मैं उसके दिल लगाने का, फ़क़त अदना सा ज़रिया था।। #yqaliem #yqbhaijan #neend #ashkonkadariya #yaadein #chahatein #hasrat_e_ishq #aarzoo