परेशान वो जो था मेरा खुदा या खुदा वो किधर गया है पूछा हर जर्रे से मैने नही मिला,शायद वो घर गया है उसके जिस्म में रूह थी मेरी , उसका क्या हुआ? कुछ तडप रहा है अंदर मेरे,शायद वो वापस कर गया है वो जो सैलाबो का शोर सुनाई दे रहा है दर्द के समंदर को शायद वो पार कर गया है तालीम-ए-इश्क में जिसने वफ़ा सीखी थी वहसियो के चक्कर मे मुकर गया है शायद वो मर गया है शायद वो मर गया है शायद वो मर गया है..