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Trust me जड़ से उखड़े तो ना रहे पेड़ों की छाया भी,

Trust me जड़ से उखड़े तो ना रहे पेड़ों की छाया भी, 
छीन लेती है मृत्यु इन्सान का साया भी। 
पेड़ों के मीठे फलों की यादें ही रह जाती हैं, 
सद्कर्म ही शेष रहे साथ किसके गयी माया भी। 

                          ..... सत्येन्द्र शर्मा 'तरंग' एक सच्चाई....
Trust me जड़ से उखड़े तो ना रहे पेड़ों की छाया भी, 
छीन लेती है मृत्यु इन्सान का साया भी। 
पेड़ों के मीठे फलों की यादें ही रह जाती हैं, 
सद्कर्म ही शेष रहे साथ किसके गयी माया भी। 

                          ..... सत्येन्द्र शर्मा 'तरंग' एक सच्चाई....

एक सच्चाई....