बापू तेरे देश में बापू तेरे देश में हिंसा की हो रही भरमार भ्रष्टाचार भी नहीं है कम सब बेच रहे आपका नाम रामराज की तो बात छोड़ दो रावण का हो रहा गुणगान आज गोडसे के भक्त बन रहे लोग कर रहे उनका गुणगान हिंसा से जब त्रस्त हो जाते तब आती है आपकी याद 2 अक्टूबर को फूल चढ़ाकर कर लेते लोग काम तमाम गाँधी # देख तेरे देश की हालत #