फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है हम, फ़िक्र तो तेरी आज भी करते हैं हम, बस तेरा जिक्र करना छोड़ दिया हैं प्यार तो आज भी बेशुमार करते हैं, बस तुझे पाने की इच्छा छोड़ दिया हैं। तमन्नाओं में तो आज भी बसते हो, बस हकीकत में रिश्ता तोड़ दिया है। अतीत के साए में तो हमेशा ही पलते हो, बस भविष्य का दामन ही छोड़ दिया है। मंजिल तो आज भी मेरी वही है जो कल थ, बस रास्तों का रुख ही मैंने मोड़ दिया हैं। #December #Poetry #Shayri #Nojotohindi