तेरे जैसा यार कहाँ हर एक शख्स अपने मतलब से मिला, ऐ दर्द तूने कभी मुझे धोका ना दिया रहा हर पल साथ मेरे बन के मेरा हमसाया जो रो दु में तन्हा रातो को , मेरे गिरते आँसू को भी तूने थाम लिया सारे ज़माने में ऐ दर्द तेरे जैसा यार कहाँ मिला लगी जब ठोकर तूने ही सम्भाला हैं जो सर्द होने लगे रिस्ते तो तूने ही आईना दिखाया हैं कहने को तो बहुत थे मेरे अपने पर वक़्त पे सिर्फ तूने ही साथ निभाया हैं मैं अकेलेपन में जाने कब का मर गया होता ऐ दर्द गर तू मेरा यार न होता #Relationships #Friends#December#Day29