तू बूँद सी गिरती है, मैं ज़मीन सा प्यासा हूँ, तू झील हिमालय की, मैं बर्फ़ ज़रा सा हूँ, खिलते हैं पहाड़ मगर, ये रात अँधेरी है, तू जलते सितारों सी, मैं शोला बुझा सा हूँ। तू बूँद सी गिरती है #yqhindi #yqbaba #yqdidi #yqkavita #yourquote