सब कुछ न्यौछावर कर दिया तब भी कद्र नहीं मेरी आई थी प्यार में नौकरानी बनकर रह गई तेरी आज से कल कल से परसों न जाने कब खतम होगा ये सिलसिला इस आस में बैठी रही तेरे घर तेरे प्यार में मुझे क्या मिला अब नहीं सहा जाता मुझसे तेरे रोज़ रोज़ के ये सितम और कोई रास्ता नहीं मेरे पास चुप रहकर सहती रहूं या कर लूं खुद को खतम ....... ©NISHA DHURVEY #Remember #Sitam #lovvequotes