जख्म तूने इतने देख किसी को दिखा ना सके रोना तो चाहा पर कोई सुन लेगा यह सोचकर रो ना सके कितने दर्द हैं हमारे दिल में किसी को कैसे बताएं खुद से पसंद किया था जो मैंने अपने पसंद क़ो वो रात भर सोते रहे मैं उनकी याद में रात भर रोती रही कौन बताये इस दिल को मुझसे इतना प्यार ही नहीं कि वह मुझसे बात कर सके सर्द हवाएं हो काली सी रातें मुझसे बार-बार कहती रही जो सो गया तुझे भूल कर तू भी सो जा उसे भूल कर पर यह दिल इस बात को मान ना सके😢😢 ©Sandhya sangam my topic #my topic