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जख्म गहरे होते चले है अब और भी, जुबां की धार पैनी

जख्म गहरे होते चले है अब और भी,
जुबां की धार पैनी हो गई है हथियारों से।

©Bhupendra Soni #Lafz #Dhar 

#sunkissed
जख्म गहरे होते चले है अब और भी,
जुबां की धार पैनी हो गई है हथियारों से।

©Bhupendra Soni #Lafz #Dhar 

#sunkissed