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नौकरी वाली बहु -1 नीता खुश थी कि उसे ऐसा ससुराल

नौकरी वाली बहु -1


नीता खुश थी कि उसे ऐसा ससुराल मिला जो उसे नोकरी करने पर मनाही नही कर रहा। शादी के कुछ महीनों बाद जब उसकी जॉब लगी तो सब बहुत खुश थे। वह सुबह सूरज निकलने से पहले उठती और आधी रात तक सो पाती। कहने को घर मे ज्यादा काम नही था लेकिन नीता की दिनचर्या में फिर भी 5 मिनट का आराम नही था। सुबह उठकर झाड़ू पोछा, सफाई, रोटी सब्जी,कपड़े सब करती लेकिन फिर भी कोई ना कोई शिकायत हर किसी को रहती। घर के लोगो के दिन के खाने का ख्याल भी रखती औऱ इसी चक्कर में  वो कभी अपना नाश्ता खाना भूल जाती तो कभी लंच ले जाना भूल जाती। पूरा दिन काम करके सोचती घर जाएगी तो दो घड़ी सुकून की मिलेगी लेकिन घर मे तो कहानी एक नया ही मोड़ लेती। जब घर आती तो अपने कमरे में लोगो की महफ़िल लगी हुई होती, सब आराम करते और वो उनकी आज्ञा का पालन ।

©Madhuri Saini #बहु
#parent
नौकरी वाली बहु -1


नीता खुश थी कि उसे ऐसा ससुराल मिला जो उसे नोकरी करने पर मनाही नही कर रहा। शादी के कुछ महीनों बाद जब उसकी जॉब लगी तो सब बहुत खुश थे। वह सुबह सूरज निकलने से पहले उठती और आधी रात तक सो पाती। कहने को घर मे ज्यादा काम नही था लेकिन नीता की दिनचर्या में फिर भी 5 मिनट का आराम नही था। सुबह उठकर झाड़ू पोछा, सफाई, रोटी सब्जी,कपड़े सब करती लेकिन फिर भी कोई ना कोई शिकायत हर किसी को रहती। घर के लोगो के दिन के खाने का ख्याल भी रखती औऱ इसी चक्कर में  वो कभी अपना नाश्ता खाना भूल जाती तो कभी लंच ले जाना भूल जाती। पूरा दिन काम करके सोचती घर जाएगी तो दो घड़ी सुकून की मिलेगी लेकिन घर मे तो कहानी एक नया ही मोड़ लेती। जब घर आती तो अपने कमरे में लोगो की महफ़िल लगी हुई होती, सब आराम करते और वो उनकी आज्ञा का पालन ।

©Madhuri Saini #बहु
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