इश्क़ रफू कर रही हूं इस तरह नया लिबास पहन रही हूं जिस तरह कत्ल कर गए वो, लाश ठिकाने लगाने की कोशिश कर रही हूं इस तरह शोर में खुद की आवाज़ दबा रही हूं जिस तरह ठहरे पानी में खुद को डूबो रही हूं इस तरह सहरा में मृगतृष्णा ढूंढ रही हूं जिस तरह गहरी होती हर रात, अब सहर की दरखास्त नहीं इस तरह तिनका-तिनका उड़ रहा आंधी में इस तरह हर चिंगारी आग लगा रही जिस तरह जाते-जाते भी वो वादों का तानाबाना बुन गए इस तरह यादों के संग तन्हा हमे छोड़ गए जिस तरह अपने ही इश्क को रफू कर रही हूं कुछ इस तरह मर-मर के भी जिंदा हूं जिस तरह @deepalidp ©Deepali dp #deepalidp #mojzamiracle #rahaterooh #hindishayari #jashnerekhta #Lovegames