दिन ढल रहा है तो ढलने दो, हर वक़्त दीन होते थोड़े ही है। वो जाती है तो जाने दो, अब हम रोते थोड़ी ही है। और बहुत सही उसकी बेवफ़ाई, हर वक़्त माफ कर दु इतने बच्चे थोड़े ही है। और उसके गम में मयखाने चला जाऊं, इतने दिल के कच्चे थोड़े ही है। #maikhana #heartbreak #bewafa SANKET PRAKASH Sahil Srivastava Nikhil Srivastava Nihal srivastava