ये सुबह का उजाला हो शायद तुम्हारे लिये, मेरे लिए तो दिल में धधकती ज्वाला है, जिसे बेवफा कह पूरे समाज ने ठुकरा दिया, हमने ऐसी नागिन को आस्तीन में पाला है।। #अंकित सारस्वत# #Naagin#nojoto#nojotoindia#nojotohindi#nojotonews