तुम सुनो तो बताऊं जज़्बात क्या थे, तुम्हें कैसे सुनाऊं दिल के सवालात क्या थे, तुम तो अपनी ही सुनाते रहे हमेशा,कभी हम से भी पूछ लिया होता कि तुम्हारे हालात क्या थे। ✍️ सुशील कुमार #zajbat #haalaat