कोमल बँसुरी या कोमल हरी कोई ये भेद बुझावे , होंठ बंसुरि पे या बँसुरी होंठ पे धरि के कृष्ण बजावें #श्रीहरिसाधनानिहारिका #बाँसुरी #love for #nojoto #kavishala