ये अच्छा है चुप रह जाना और हक़ीक़त झुठलाना तुम्हारे नज़दीक उन्स से झुकी हुई मेरी ख़ामोश निगाहें मेरी मोहब्बत की गवाही न दे सके तो फ़िर बयाँ करना किसे कहते हैं मुझ को बतलाना ©ashita pandey बेबाक़ #Thinking शायरी हिंदी शायरी लव