निगाहें और नशा सारे कायनात के #ख़ुमार हज़म हो गए, तेरे #अब्सार से लाचार मगर हम हो गए,, समेटे हुए ही थे, #नादान दिल के टुकड़े, जो तुम्हें देखा तो #इख़्तेयार कम हो गए,, ©Nishank Pandey #Nigaahein