सच की आदत सच्ची आदत इक तरह से ईश्वर की इबादत बड़ी मुश्किल से किसी किसी को ही होती है क्योंकि इसके लिए बहादुरी की जरूरत होती है क्योंकि रोजमर्रा की जिंदगी में अक्सर हम "झुठमेव जयते" ज्यादा और "सत्यमेव जयते" कम देखते हैं सच को झूठ से ज्यादातर दौड़ में पिछे रहता देखते हैं तो आगे बढ़ने की चाह इस आदत उस इबादत को दिखावे भर का शगुन जितना ही "वापरने" कि सलाह देती है ! सुप्रभात। दुनिया जो भी कहे लेकिन सच, सच ही रहता है। इसलिए सच्चाई को धारण करना चाहिए। #सचकीआदत #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi