गर टूटे कभी हौंसला तब शांत मन से सोचना कि क्यों लिया यह फैंसला? क्यों बड़े-ही-बड़े सपने देखे हैं? क्यों तेरे सपने सबसे अनोखे हैं? उनको पूरा करने के कठिन सफ़र में हर मोड़ पर मुश्किलात आएंगे। कभी कभी सब कुछ छोड़कर दूर जाने के खयालात आएंगे। ऐसा होना आम है, सोचने के बाद सपने पूरे करने के जज़्बात आएंगे। याद रखना, जब तू हासिल करेगा मंज़िल तब स्वयं महादेव भी मंद मंद मुस्करायेंगे। //Read caption as well// कभी-कभी यूँ ही नकारात्मक विचार मन-मष्तिष्क में भर जाते हैं जो मंज़िल तक ले जाने वाले सफर से विचलित करते हैं लेकिन दृढ़ इच्छाशक्ति और अनुशाशन से उन विचारों पर काबू पाया जा सकता है। (though easier said than done) "टूटने लगे हौंसले तो याद रखना, बिना मेहनत के हासिल तख़्तों ताज़ नहीं होते। ढूंढ लेते हैं अंधेरे में अपनी मंजिल, जुगनू कभी रोशनी के मोहताज नहीं होते।" मुझे नहीं पता ये किसनी लिखी है लेकिन जब कभी low feel krta हूँ तो इन्हें पढ़ता हूँ, अपनी फैमिली और सपनों के बारे में सोचता हूँ और अपने प्यार को दिल में महसूस करता हूँ। क्योंकि Impossible is nothing. It's just a state of mind.