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आत्म संतुष्टि प्रभुजी इतना दीजिये जा में कुटुम्ब

आत्म संतुष्टि

प्रभुजी इतना दीजिये जा में कुटुम्ब समाय !
में भी भूखा न रहूँ साधू भी भूखा न जाये !!

एक कहानी जीवन की

किसी और की कलम से आत्म संतुष्टी 

पुराने समय की बात है, एक गाँव में दो किसान रहते थे। 
दोनों ही बहुत गरीब थे, 
दोनों के पास थोड़ी थोड़ी ज़मीन थी, 
दोनों उसमें ही मेहनत करके अपना और अपने परिवार का गुजारा चलाते थे।

अकस्मात कुछ समय पश्चात दोनों की एक ही दिन एक ही समय पे मृत्यु हो गयी।
आत्म संतुष्टि

प्रभुजी इतना दीजिये जा में कुटुम्ब समाय !
में भी भूखा न रहूँ साधू भी भूखा न जाये !!

एक कहानी जीवन की

किसी और की कलम से आत्म संतुष्टी 

पुराने समय की बात है, एक गाँव में दो किसान रहते थे। 
दोनों ही बहुत गरीब थे, 
दोनों के पास थोड़ी थोड़ी ज़मीन थी, 
दोनों उसमें ही मेहनत करके अपना और अपने परिवार का गुजारा चलाते थे।

अकस्मात कुछ समय पश्चात दोनों की एक ही दिन एक ही समय पे मृत्यु हो गयी।

आत्म संतुष्टी पुराने समय की बात है, एक गाँव में दो किसान रहते थे। दोनों ही बहुत गरीब थे, दोनों के पास थोड़ी थोड़ी ज़मीन थी, दोनों उसमें ही मेहनत करके अपना और अपने परिवार का गुजारा चलाते थे। अकस्मात कुछ समय पश्चात दोनों की एक ही दिन एक ही समय पे मृत्यु हो गयी। #story #yqbaba #yqdidi #ananttripathi #atrisheartfeelings #सकारात्मक_और_नकारात्मक