कब तक छाएगा ये अंधेरा कब लौटकर वापस आएगा सवेरा अब तो हर किसी का मन कई प्रश्नो के जवाब ढूंढ रहे हैं कई लोग इस अंधेरे में विश्वास कि ज्योति जलाकर अपनी खुशीयों के ख्वाब ढुंढ रहें हैं कई लोग इंतज़ार करते करते टुट गए हैं अंदर से आज बहा रहे है आंशु जो एक वक्त में खुद को कहते सिकंदर थे पहले जहां यह हरा भरा रहता था शहर अब एक पल में ही देखो ये कैसे गया ठहर अब ना कोई हलचल है न कोई शोर लगता अब शहर भी चल पड़ा पुराने गांव की ओर अब पुछता ये सब्र हर किसी से सवाल है अब तो घर कि बची कुची पुंजी भी चली गई अब तो हर दिन का बुरा हाल है अब आगे कैसे गुजारा करेगा परिवार मेरा कब तक छाएगा ये अंधेरा कब लौटकर वापस आएगा सवेरा by sps(Suraj prakash sah) #corona #afterlockdown