White मुकद्दर पुरुष - अब तुम्हे किसी भी बात का फर्क क्यों नहीं पड़ता ? तुम्हे दर्द तो होता होगा न ! स्त्री - जितने भी खेल होने थे मुकद्दर के हो गए , हम टूटी हुई नाव लेकर समंदर के हो गए ! ©Kavya #mukaddar