*अपने भीतर करुणा रखिए,* *आवेश नही... क्योंकि* *बादलों की वर्षा से ही* *पुष्प खिलते हैं,* *उसकी गर्जना से नही।* 🙏🏻🙏🏻 *सुप्रभात*🙏🏻🙏🏻 ©Harish Choudhary #agni