तुम गुज़रे हुए ज़माने की बात न करो। तुम दर्द के अफसाने की बात न करो। कुछ देर तलक होश में रहने दो अभी- तुम मयकदों में जाने की बात न करो। मुक्तककार- #मिथिलेश_राय