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आजकल हर शाम हसीं हो गयी है, इस बंज़र ज़मीं पर भी कली

आजकल हर शाम हसीं हो गयी है,
इस बंज़र ज़मीं पर भी कली खिल गयी है,
इस असर का अस्बाब तुम हो या,
फिरदौस से एक परी आ गयी है.

गर तेरे आने का ये असर है,
रुख़सत न होना कभी मझधार में,
बस इतनी सी अरज़ है,
क्योंकि मेरे मर्ज़- ए- दिल में,
हर दवा, हर दुआ बेअसर है. #love #yourpresence
आजकल हर शाम हसीं हो गयी है,
इस बंज़र ज़मीं पर भी कली खिल गयी है,
इस असर का अस्बाब तुम हो या,
फिरदौस से एक परी आ गयी है.

गर तेरे आने का ये असर है,
रुख़सत न होना कभी मझधार में,
बस इतनी सी अरज़ है,
क्योंकि मेरे मर्ज़- ए- दिल में,
हर दवा, हर दुआ बेअसर है. #love #yourpresence
rkrahul9845

RkRahul

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