आजकल हर शाम हसीं हो गयी है, इस बंज़र ज़मीं पर भी कली खिल गयी है, इस असर का अस्बाब तुम हो या, फिरदौस से एक परी आ गयी है. गर तेरे आने का ये असर है, रुख़सत न होना कभी मझधार में, बस इतनी सी अरज़ है, क्योंकि मेरे मर्ज़- ए- दिल में, हर दवा, हर दुआ बेअसर है. #love #yourpresence