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तू प्यार का सागर है, माँ तुझसे रौशन सारा जहाँ..!

तू प्यार का सागर है,
माँ तुझसे रौशन सारा जहाँ..!

ख़त्म हो जाती ये दुनिया ग़र,
तुझसा फरिश्ता न होता यहाँ..!

कौन परवाह करता किसकी,
कौन पूजता किसको कहाँ..!

जन्नत मन्नत तू ही माँ सब,
तू ही ममता की मूरत रवाँ..!

जीवनदाता माँ तू ही विधाता,
हर युग हर लोक में यहाँ वहाँ..!

©SHIVA KANT
  #lonely  #MothersDay❤

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