खाली खाली जिंदगी, टूटी सी सांसे,, शमशान सा घर, यहां वहां बिखरी लाशें,, वक्त के टूटे लम्हें, आखिरी सांसे गिनती घड़ी,, पड़ी है घर के कोने में, बाबूजी की पुरानी छड़ी,, अकेलेपन के मकड़ी जाल में खेल रही यादें,, कब्र में पड़ी हैं, कुछ बिन निभाई वादे,, यही है हाल, आज सबके दिलों का,, दिखावा ही जान है, बाकी महफिलों का,, खाली खाली जिंदगी, टूटी सी सांसे,, शमशान सा घर, यहां वहां बिखरी लाशें,, वक्त के टूटे लम्हें, आखिरी सांसे गिनती घड़ी,, पड़ी है घर के कोने में, बाबूजी की पुरानी छड़ी,, अकेलेपन के मकड़ी जाल में खेल रही यादें,, कब्र में पड़ी हैं, कुछ बिन निभाई वादे,, यही है हाल, आज सबके दिलों का,, दिखावा ही जान है, बाकी महफिलों का,,