ये कैसा हो गया मेरा शहर इसकी हवाओं में भरा जहर। गाडी कारखाने निर्माण बढ़ रहे साँस लेना दूभर हुआ आठों पहर। श्वसन तंत्र फेल हुआ अस्पतालों में मरीजों का धकमपेल हुआ। किसी को दमा किसी को एलर्जी डाक्टर फीस वसूल रहे मनमर्जी। या खुदा ईनसान को माफ कर दे मेरे शहर की आबो हवा साफ कर दे। मिल जाए इक अदद एअर प्यूरीफायररी ऐसा प्लाज्मा कलस्टर तकनीक से भरपूर शार्प ऐयर प्यूरीफायर जैसा। मिट जाए सबका साँसों पे बरपा कहर। ये कैसा हो गया मेरा शहर इसकी हवाओं में मरा जहर। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ शार्प ऐयर प्यूरीफायर