ख़ुशी से थोड़ी दूरी है, बीचमें आई मज़बूरी है। थोड़ी सी लालच में अपने मन को न लुभाने दो, अपनी मज़बूरी का फायदा दूसरों को न उठाने दो। अब आगाज़ की बारी है, सहनशीलता खो चुकी है; अब आवाज़ उठाओ, क्योंकि हद हो चुकी है। हद होती है! शिकायत करना भी ज़रूरी होता है। #हदहोतीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi