मैं ताज हूँ तो ताज को सर पर सजाएं लोग, मैं ख़ाक हूँ तो ख़ाक उड़ा देनी चाहिए, मैं जब्र हूँ तो जब्र की ताईद बंद हो, मैं सब्र हूँ तो मुझको दुआ देनी चाहिए, सच बात कौन है जो सर ए आम कह सके, मैं कह रहा हूँ मुझको सज़ा देनी चाहिए, मैं ताज हूँ तो ताज को सर पर सजाएं लोग मैं ख़ाक हूँ तो ख़ाक उड़ा देनी चाहिए मैं जब्र हूँ तो जब्र की ताईद बंद हो मैं सब्र हूँ तो मुझको दुआ देनी चाहिए सच बात कौन है जो सर ए आम कह सके मैं कह रहा हूँ मुझको सज़ा देनी चाहिए