#गांव/शहर ऑस्ट्रेलिया की आग से कोरोना के कहर तक मैं चका चौन्ध की चाहत ले के भाग आया था शहर तक भीड़ भाड़ से भय लगता अब रुक पाता क्या दोपहर तक पीने-खाने का भी ख्याल बड़ा था जो पी आया हूं जहर तक नाला,नदियां,गांव की गंगा लगते अब जब नहा लिया गंदे नाली और नहर तक यू धुंवा धुँवा सा, था लगता गांव में अब मोहताज़ हुआ जो मंद हवा की लहर तक @surendra shyam#$# #गांव/शहर