यह आंसू जो होते हैं तेरी यादों के किसी तरह भी मैं इन्हें छुपा लेता हूं मिले हर वक्त बहाना छुपाने का जरूरी तो नहीं कभी बिना बात हंसकर खुशी के बना लेता हूं गोलू स्वामी ashk aakho me