माँ बच्चो की जाँ होती है,वो होते किस्मत वाले जिनके माँ होती,,,,,,,तु कितनी भोली है माँ शब्द कुदरती कृति है ना की हमारी वर्ण माला ,,,,,,जब माँ शब्द मुख पर आता है तो दिल से आत्मा से ममता की लहर निकलती है,,,,यह कटु सत्य है "माँ"ही ऐसी कृति है जो अपने कलेजे के टुकडे को कलेजा त़क निकालकर दे देती है,,,,,माँ स्वंय मेय महान सृष्टि है जो हमे नित उत्थान की ओर ले जाती है,,,,,,,,ओ एम जे