पानी की तरह बस बहाना पड़ता है हमे अगर मुकाम पाना हो हा तुम ठहर सकते हो अगर अपने आप को तालाब बनाना हो हम ये क्यों करे और हमारा कहा आप क्यों करे ये सोचो तुम सुनी करो या मनमानी मगर करते रहो अगर दूर तक जाना हो ©A P #पानी #अपूर्व