तलाश तो मौत की थी मगर जिंदगी पास आ गई, तमन्ना थी कि पत्थर बना लें दिल को मगर दिल– लगी कि आस आ गई| और ये रंग, रूप, अदाएं सब हुस्न के सौदागरों को मुबारक ......... हम ठहरे आशिक मिजाज, हमे तो तेरी नजाकत और सादगी रास आ गई || ©' मुसाफ़िर ' #Love #Pyar #Romantic #Couple #shayri #Quote