पलट भी आओ अब सफ़र बहुत कर चुके मेरे बिन मुड़ कर देखो खड़ी हूँ वहीं जहाँ से आगे बढ़े थे मेरे बिन बहुत चल चुके बहुत देख चुके अपने और पराये अब तक तुम पीछे मुड़ तो देखो ज़रा अब क्या खोज पाये मेरे जैसा तुम आ भी जाओ मेरे पास अब चाहत में मेरी अभी तक हो तुम साथ चलेंगे हाथ में हाथ थाम हम पूरा कर लेंगे हर सफ़र को हम पलट भी आ,ऐ मुसाफिर अब ले चल साथ मुझको भी अब...!! Muनेश...Meरी✍️🌹 पलट जाना भी होता है मुसाफ़िर को हमेशा रास्ता मंज़िल पे ले ही जाए ज़रूरी तो नहीं होता। #पलटआ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi