माँ समझ लेती है मेरी वो हर मुश्किल , फिर कैसे कह दूं कि अनपढ़ है मेरी । पहली बार चलना भी तो सिखाया है उसने , फिर कैसे कह दूं कि अनपढ़ है मेरी । सब्र का पाठ भी तो पढ़ाया है उसने , फिर कैसे कह दूं कि अनपढ़ है मेरी । #CTL #NojotoHindi #nojotorajkot