आए ही क्यो थे? सूरज आता है,धरती के लिए धरती नही पूछती... तुम आए क्यो थे?धरती भी जानती है सूरज उसी को ,सहारा देने आता है। जिम्मेदारी,अपने,सपने जब ये ही थे तुम्हारे लिए सब तो जिंदगी पूछती है मेरी तुमसे! तुमको इन लफडो में ही फसना था तो तुम मेरी जिंदगी में आए ही क्यो थे? गलत मत समझना मेरा सवाल अपने, जिम्मेदारी,सपने ये सबके होते हैं। पर कुछ तुम मेरे भी होते।----नीता चौधरी © #सस्पेस और थ्रिलर,लव और रोमांस #Love